आधी रात को अफगानिस्तान से निकला आखिरी जनरल कौन हैं? जिसकी तस्वीर बना तालिबान की जीत का निशान.
अफगानिस्तान में अमेरिका का 20 सालों से चला आ रहा युद्ध अब आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया है और 20 सालों की लंबी लड़ाई के बाद अफगानिस्तान में एक बार फिर से तालिबान का राज कायम हो गया है। तालिबान ने आखिरी अमेरिकी सैनिक के निकलते ही अफगानिस्तान की आजादी की घोषणा कर दी है। वहीं सोशल मीडिया पर उस अमेरिकी जनरल की तस्वीर वायरल हो रही है, जो अफगानिस्तान की धरती से निकलने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक हैं।
काबुल छोड़ने वाला सबसे आखिरी सैनिक
अमेरिका के लिए अफगानिस्तान छोड़ने का डेडलाइन 31 अगस्त तय किया गया था, लेकिन उससे पहले ही अमेरिका ने अफगानिस्तान को पूरी तरह से खाली कर दिया। अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि रात 12 बजने में एक मिनट पहले ही अमेरिका का आखिरी प्लेन भी काबुल से उड़ गया। अमेरिका के 82वें एयरबोर्न डिवीजन के कमांडर क्रिस डोनह्यू, अफगानिस्तान की धरती से उड़ने वाले अंतिम अमेरिकी सैनिक बन गये हैं और सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीर को लोग अमेरिका की हार का प्रतीक बता रहे हैं। अमेरिकी मालवाहक सैन्य विमान सी-17 ग्लोबमास्टर III काबुल हवाई अड्डे से रात 11 बजकर 59 मिनट पर उड़ गया।
राजदूत ने भी छोड़ा अफगानिस्तान
अमेरिकी रक्षा विभाग ने अफगानिस्तान से आखिरी उड़ान भरने के बाद लिखा कि, "अफगानिस्तान छोड़ने वाले आखिरी अमेरिकी सैनिक का नाम मेजर जनरल क्रिस डोनह्यू है। जो 30 अगस्त 2021 को अमेरिकी वायु सेना सी-17 पर 82 वें एयरबोर्न डिवीजन बोर्ड के कमांडिंग जनरल के तौर पर काबुल में अमेरिकी मिशन को समाप्त कर रहे हैं।" इसके साथ ही ट्विटर पर जनरल की तस्वीर भी शेयर की गई है। इस फ्लाइट के साथ अफगानिस्तान में अमेरिकी राजदूत रॉस विल्सन ने भी अफगानिस्तान छोड़ दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी 20 सालों से चली आ रही इस लंबी लड़ाई के खत्म होने की आधिकारिक घोषणा कर दी है। आपको बता दें कि अमेरिका पर 9/11 हमले के बाद जब ओसामा बिन लादेन को तालिबान ने अमेरिका के हाथों में सौंपने से इनकार कर दिया था, उसके बाद अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने अफगानिस्तान पर हमले के आदेश दिए थे।
जो बाइडेन ने क्या कहा?
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वो 31 अगस्त को अफगानिस्तान से अमेरिकी मिशन को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे और अपनी बात रखेंगे। लेकिन, उन्होंने कहा है कि आधिकारिक तौर पर अमेरिका का मिशन खत्म हो गया है और अमेरिका का आखिरी विमान अफगानिस्तान की धरती को छोड़ चुका है। जो बाइडेन ने कहा कि पिछले 20 सालों में अफगानिस्तान मिशन के दौरान अमेरिका को काफी नुकसान हुआ है और अब अमेरिकी सैनिकों की जान ना जाए, इसके लिए सबसे बेहतर तरीका अफगानिस्तान मिशन को खत्म करना था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल से लोगों को निकालने के इस रेस्क्यू मिशन को इतिहास का सबसे ब़ा एयरलिफ्ट करार दिया है और कहा है कि अमेरिकी सैनिकों के साथ साथ अमेरिकी सैनिकों की मदद करने वाले अफगानों को मिलाकर पिछले दो हफ्तों में करीब एक लाख 20 हजार लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाला गया है।
पूर्ण स्वतंत्रता का ऐलान
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार सुबह-सुबह कहा कि "अमेरिकी सैनिकों ने काबुल हवाई अड्डे को छोड़ दिया है और हमारे देश को पूर्ण स्वतंत्रता मिली।" अमेरिका ने भी पुष्टि कर दी है कि मंगलवार को तय समय सीमा से पहले ही उसका आखिरी विमान काबुल से निकल चुका है। पिछले दो हफ्ते से अमेरिका लगातार अफगानिस्तान में लोगों को निकालने के अभियान में जुटा हुआ था, जो अब खत्म हो गया है। इसके साथ ही देश के करीब 85 प्रतिशत हिस्से पर तालिबान का पूर्ण नियंत्रण स्थापित हो गया है। वहीं, पंजशीर घाटी अभी भी नॉर्दर्न एलायंस और अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरूल्ला सालेह के कब्जे में है।
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